Ek Zinda Shahar Hoon Main | True Life Of Metro Cities | शहर पर कविता

True Life Of Metro Cities

उस राह से नहीं अंजान ना ही बेखबर हूं मैं चले आना देखने मुझे एक जिंदा शहर हूं मैं भागमभाग लगी हुई है हर चेहरा मुरझाया हैमकड़ी के जाल सा ख़ुद को ही उलझाया हैख़्वाब पीले पड़े हैं एक मंजिल की तलाश मेंघुट रहा दम यहां खो कर सुकून की प्यास मेंदिन क्या रात भी … Read more

Rishta Behad Atoot Tha I Hindi Inspirational Poem I रिश्तों की अहमियत

Rishte

माना रिश्ते में फूट था पर रिश्ता बेहद अटूट थाजो देखा नहीं वो सच लगा जो समझा झूठ था । अब किसे बुरा कहें और इल्जाम भी किसे दें हमसभी दोषी थे कोई ज्यादा था तो कोई थोड़ा कम । शिकायत है मुझे ख़ुद से पर गौर कभी किया नहींजीना चाहा था जैसे हमने वैसे … Read more

Karwa Chauth 2024 Best Hindi Poem I करवा चौथ चांद की चांदनी में

Karva chauth ki kavita

करवा चौथ पर कविता, इस कविता में मैंने विवाहित पुरुषों का एवं विवाहित महिलाओं के दृष्टिकोण व उनके आपसी प्रेम को भी बताया है, एक बार अवश्य पढ़ें- करवा चौथ के अवसर पर हे प्रियेआज तुमसे मैं ये सच सच कहता हूंचाहे हो जितने तू तू मय मय फिर भीमैं तो बस तुम्हारे ही दिल … Read more

अच्छा नहीं लगता | Achchha Nahin Lagta | Best Motivational Poem in Hindi 2025

Motivational Poem in Hindi Humanity

अच्छा नहीं लगता | Achchha Nahin Lagta | Best Motivational Poem in Hindi 2025 आपने कविताएं बहुत पढ़ी और सुनी भी होंगी, किन्तु ये कविता पढ़ने के बाद आप सोचने पर विवश हो जाएंगें I कविता का शीर्षक है “अच्छा नहीं लगता” सब कुछ हासिल कर के हार जाना, अच्छा नहीं लगताकिसी का दिल दुखाकर … Read more

महर्षि बाल्मीकि जयंती पर हिन्दी कविता I Valmiki Jayanti Par Hindi Kavita

Happy Valmiki Jayanti

डाकू रत्नाकर से बने वो महर्षि वाल्मीकिअद्भुत अंतर्यामी अथाह ज्ञान के भंडारसोच बदलने से है व्यक्तित्व बदल जाताऐसी दिव्यात्मा के गुण गाता यह संसार भूत भविष्य वर्तमान के ज्ञाता थे महर्षिरामायण को समय से पहले ही लिखा थासारी घटनाएं भी हुईं हु ब हु वैसे ही जैसेभगवान वाल्मीकि ने इस ग्रन्थ में कहा था साधना … Read more

सांसों में घुल रहा ज़हर I वायु प्रदूषण पर कविता I Air Pollution Poem

सांसों में घुल रहा ज़हर

वायु प्रदूषण एक गंभीर चुनौती है, इसी पर आधारित मेरी ये कविता है, जिसमें कारण, दुष्प्रभाव और समाधान, तीन विषयों को छूने का प्रयास किया है। सांसों में घुल रहा ज़हर सहमा हुआ है आदमीशहर की गलियों में फैला धूल धुएं का अंबार हैहर सुबह धुंधली लगे शाम भी लगती काली हैहर किसी की सेहत … Read more

फिर भी रावण जला नहीं | Dussehra Poem In Hindi

dussehra poem in hindi

जला रहे रावण वर्षों सेफिर भी रावण जला नहींकर्म हैवानों से कर रहेराम तो मन में बसा नहींमिलजुल कर आपस मेंहमने प्रेम से रहा नहींकैसे आएगी खुशहालीजब व्यंग्य बाण सहा नहीं जला रहे रावण वर्षों सेफिर भी रावण जला नहीं कर्म हैवानों से कर रहेराम तो मन में बसा नहीं आज जलेगा रावण फिर सेयुगों … Read more

जागो बच्चों हुआ सवेरा

जागो बच्चों हुआ सवेरा

जागो बच्चों हुआ सवेराआलस में ना समय गवाँओउठ कर जल्दी सुबह सवेरेसारे सुख सहज ही पाओ सुबह जो जल्दी उठता हैस्वस्थ वो हरदम रहता हैआलस जो भी करता है वो खुद को दुःख से भरता है सुबह उठ व्यायाम करोअधूरे सारे काम करोपरिश्रम से जब थक जाओथोड़ी देर आराम करो ज्ञान का दीपक जला करदूर … Read more

रतन टाटा के निधन पर श्रद्धांजलि समर्पित कविता

Ratan Tata par kavita

करोड़ों दिलों की धड़कन, व्यापार, परोपकार, नैतिक जिम्मेदारी से लेकर मानवता की मूर्ति के प्रतिरूप रतन टाटा जी 86 वर्ष की आयु में नश्वर शरीर को त्याग कर परमात्मा में विलीन हो गए। सम्पूर्ण विश्व उनके अनगिनत कार्यों को ताउम्र भूल नहीं पाएगा सदैव सभी की स्मृतियों में ज़िंदा रहेगा। मैंने भी इस दिव्य विभूति … Read more

कुहू कुहू करती कोयल | Koyal Kavita | Best Koyal Poem 2025

koyal ke upar kavita

कुहू कुहू करती कोयल | Koyal Kavita | Best Koyal Poem 2025 कुहू कुहू करती कोयलगीत मधुर ये गातीअपनी सुरीली आवाज़ सेसबके मन भा जाती सुन के बोली कोयल कीघर बनते मीठे पकवानसबको ये लगती प्यारीसब करते उसका सम्मान नहीं लगते पैसे कोईमीठे बोल बोलने कोकोयल हमें यही सिखातीबोलने से पहले तोलने को सबसे प्यारी … Read more