माँ बहुत याद आती हैं | Maa Jaisa Koi Nahin | 1st GOD On Earth | Mother’s Day 11 May | माँ पर कविता

माँ बहुत याद आती हैं | Maa Jaisa Koi Nahin | 1st GOD On Earth | Mother's Day 11 May | माँ पर कविता

माँ बहुत याद आती हैं | Maa Jaisa Koi Nahin | 1st GOD On Earth | Mother’s Day 11 May | माँ पर कविता न जाने उनके हाथों में कितनी लज्जत थी कुछ भी बनाती खाने को तो उंगलियां चाट लेते थे आज ये बनाना कल वो बना देना कह कर हम आपस में ही … Read more

वो शख्शियत है मेरी माँ | Maa | 1st GOD On Earth | Mother’s Day 11 May | माँ पर कविता

वो शख्शियत है मेरी माँ

वो शख्शियत है मेरी माँ | Maa | 1st GOD On Earth | Mother’s Day | माँ पर कविता उलझनों से निकलकर,फिर से संभलकरनिगाहें हर रोज़ उन्हें तलाश करती हैं।होकर दूर भी बहुत पास लगती हैंजिसके वजूद से मेरा वज़ूद हैजिसकी दुनिया मुझ तक महदूद हैवो शख्शियत है मेरी माँ।। वो शख्शियत है मेरी माँ।। … Read more