प्रकृति से खिलवाड़ Pollution | Global Warming

ग्लोबल वार्मिंग पर हिन्दी कविता

प्रकृति से खिलवाड़ करके अपने फायदे का लिए मनुष्य ने सारी सीमाएं लांघ दी हैं। कोई ऐसा क्षेत्र नहीं बचा है जो इंसान ने अपनी खुदगर्ज़ लालसाओं की खातिर नष्ट ना किया हो। हर ओर है दूषित वातावरणसभी लोग इसके कब्ज़े में हैंकरके मर्यादाओं का उलंग्घनसोच रहे लोग वो मजे में हैं? फल सब्ज़ी हवा … Read more