बिन तेरे प्रभु | Ghazal | ग़ज़ल | Spirituality

ग़ज़ल: बिन तेरे प्रभु

एक सच्चा और ईश्वर से जुड़ा हुआ भक्त हमेशा भगवान को प्राथमिकता देता है। फिर चाहे जीवन में हानि हो लाभ हो, यश मिले या अपयश, जीवन के प्रत्येक पल को प्रभु को समर्पित करके ही जीता है। प्रस्तुत पंक्तियों में ईश्वर, प्रभु परमात्मा के अस्तित्व एवं परमात्मा सिमरन, याद के बिना तो यह जीवन … Read more

कैसे बनाएं रिश्ते | Ghazal | Best Hindi Poetry

Ghazal Kaise Banayen Rishte

बुलंद हैं इरादे, दुश्मनी के आज कैसे बनाएं रिश्ते, दोस्ती के आज। हिंसा हवस में, है भूख दौलत की मक़सद बने हैं, जिंदगी के आज। सूरत मिली सीरत नहीं अफ़सोसये सलीक़ा नहीं है बंदगी के आज। शक्ल सूरत में मानवता नहीं बसीपरिभाषा है नहीं आदमी के आज। नफरत भरे दिल में, ‘दीप’ न जला ना … Read more

हाल-ए-दिल | Ghazal | “Naa Karo” Best Poetry Ever

Haal-E-Dil Best Poetry 2024

हाल-ए-दिल अपना, गैरों से सुनाया ना करो। दर्द है ग़र दिल में, हरगिज़ छुपाया ना करो। हैं सभी गैर यहाँ पर, अपना नहीं कोई यार है,बेवजह ख़ून के रिश्ते यहाँ, तुम बनाया ना करो। मुमकिन नहीं राहों में हमें , सब को संभालना,ग़र उठा सकते नहीं, कभी गिराया ना करो। आँखों में चुभती है, दुनिया … Read more