अहंकार का मारा इंसान बेचारा | Motivational

अहंकार का मारा इंसान बेचारा Motivational Poem

रोग लगा है हर इंसान कोअरे मैं बड़ा हूं तुमसे प्यारे।तू तू मय मय की आग मेंजल और जला रहे हैं सारे।प्यार नहीं दिलों में अपनेलगाते विश्व-बंधुत्व के नारे।सीखें ज़रा प्रकृति से भी जोमिलकर रहते चाँद सितारे।ग़र झुका दें ख़ुद को हमतो मिट जाएंगे झगड़े सारे।ग़ैर नहीं कोई वैर नहीं हैसब लगे अपने मीत हमारे। … Read more

कैसे बनाएं रिश्ते | Ghazal | Best Hindi Poetry

Ghazal Kaise Banayen Rishte

बुलंद हैं इरादे, दुश्मनी के आज कैसे बनाएं रिश्ते, दोस्ती के आज। हिंसा हवस में, है भूख दौलत की मक़सद बने हैं, जिंदगी के आज। सूरत मिली सीरत नहीं अफ़सोसये सलीक़ा नहीं है बंदगी के आज। शक्ल सूरत में मानवता नहीं बसीपरिभाषा है नहीं आदमी के आज। नफरत भरे दिल में, ‘दीप’ न जला ना … Read more

आओ दिल की ज़मीन पर इक घर बनाते हैं

Universal Brotherhood Par Kavita

आओ दिल की ज़मीन पर इक घर बनाते हैंप्यार के मीठे रंगों से अपना आंगन सजाते हैं। तिनका तिनका बिखर रहे जो मोती रिश्तों केवक्त को वक्त देकर होठों पर मुस्कान लाते हैं। जन्नत कहीं और नहीं ना बादलों से परे है वोज़िंदगी में बस थोड़ी सी मानवता अपनाते हैं। वजूद खोखले हुए नफ़रत ने … Read more