महर्षि बाल्मीकि जयंती पर हिन्दी कविता I Valmiki Jayanti Par Hindi Kavita
डाकू रत्नाकर से बने वो महर्षि वाल्मीकिअद्भुत अंतर्यामी अथाह ज्ञान के भंडारसोच बदलने से है व्यक्तित्व बदल जाताऐसी दिव्यात्मा के गुण गाता यह संसार भूत भविष्य वर्तमान के ज्ञाता थे महर्षिरामायण को समय से पहले ही लिखा थासारी घटनाएं भी हुईं हु ब हु वैसे ही जैसेभगवान वाल्मीकि ने इस ग्रन्थ में कहा था साधना … Read more