छिटके प्यारे तारे I Star Poems

प्यारे तारे

नीले नीले अम्बर परछिटके प्यारे तारे हैंसूरज की किरणों सेचमकते ये सारे हैं कभी लड़ते न झगड़ते येमिलकर सारे रहते हैंदूर दूर तक धरा पेउजियारा ये करते हैं श्वेत धवल प्रकाश से अपनेभूले पथिक को राह दिखातेकरो निःस्वार्थ सेवा सबक‘दीप’ पाठ यही पढ़ाते -दीपक कुमार ‘दीप’ आजकल भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में हम सभी लोग … Read more