Koyal Kavita I कुहू कुहू करती कोयल

koyal ke upar kavita

कुहू कुहू करती कोयलगीत मधुर ये गातीअपनी सुरीली आवाज़ सेसबके मन भा जाती सुन के बोली कोयल कीघर बनते मीठे पकवानसबको ये लगती प्यारीसब करते उसका सम्मान नहीं लगते पैसे कोईमीठे बोल बोलने कोकोयल हमें यही सिखातीबोलने से पहले तोलने को सबसे प्यारी पक्षी कोयलजहां कहीं भी जाती हैमन झूमने लगता है‘दीप’ प्रेम जब बरसाती … Read more

Khilauna Pyara Pyara I खिलौना प्यारा प्यारा

Khilauna Pyara Pyara

माँ मुझको चाहिएआसमान का एक ताराझट से ला कर दे दो मुझकोखिलौना प्यारा प्यारा माँ बोली बेटे से अपनेकैसे लाऊंगी मैं उसकोयहां नहीं वो दूर बहुत हैखिलौना कहता है तू जिसको बच्चा रोने लगा चिल्लानेमेरी मांग पूरी होएक दाना नहीं खाऊंगाचाहे हलवा पूरी हो अब तो माँ परेशान हो गईझट थाली में पानी लायाखिलौना अपने … Read more

बसंत ऋतु I Basant Ritu Poem In Hindi

basant ritu poem

मन में हरियाली सी आईफूलों ने जब गंध उड़ाईभागी ठंडी देर सवेरअब ऋतू बसंत है आई। कोयल गाती कुहू कुहूभंवरे करते हैं गुंजाररंग बिरंगी रंगों वालीतितलियों की मौज बहार। बाग़ में है चिड़ियों का शोरनाच रहा जंगल में मोरनाचे गायें हम जितना परदिल मांगे ‘Once More’। होंठों पर मुस्कान सजाकरमस्ती में रस प्रेम का घोले‘दीप’ … Read more

दिवाली पर्व का बहुत खास है I Diwali Hindi Poem

Diwali Hindi Kavita

दिवाली पर्व का बहुत खास हैले लाती खुशहाली चारों ओरक्यों मनाते दिवाली हम सबआओ इस पर कर लें ये गौर। राम प्रभु जब वन से आयेअयोध्यावासी ख़ुशी मनायेसजी अयोध्या दुल्हन जैसीसभी ने घर में दिये जलाये। तब से मना रहा हर कोईदिवाली के इस त्योहार कोजीत हुई है सच की हरदमसंदेश है ये सारे संसार … Read more

चींटी के ऊपर कविता I Cheenti Poem

Cheenti Par Kavita

अनुशासन की ब्रांड अम्बेस्डर होती हैं ये चीटियां कभी न थकती चलती रहतीबेशक नन्हीं सी जान है वोहार न मानो संघर्ष करोइस मंत्र की पहचान है वो निरन्तर अपने दल के संगलम्बी लम्बी कतारें बनातीखाने की मीठी चीजों कोपल भर में चट कर जाती मिलजुल कर रहती हैं वोग़र कोई मुसीबत आतीहोकर संगठित श्रम करतीऔर … Read more

Diwali Hindi Kavita I दीवाली पर हिन्दी कविता

दीवाली पर हिन्दी कविता

श्रीराम प्रभु माँ सीता संग जब  मार के रावण अयोध्या आयेस्वागत में सभी अयोध्यावासीघर-घर में घी के दीये जलाये रंग-बिरंगी सजी हैं लड़ियांघर-आंगन और नगर द्वारचहुं ओर चमक रहे हैं दीपआया खुशियों का त्यौहार है थाल सजी पूरी दीपों सेरंगोली माँ बहना बनाएंगीसुन्दर जलते दीए सजाकरघर आंगन प्रांगण सजाएंगी माँ लक्ष्मी गणेश घर आएंगेसुख समृद्धि … Read more

दशहरा पर हिंदी कविता | Dussehra Poem In Hindi

Dussehra Poem In Hindi

दशहरा, हिन्दू त्यौहारों में से एक प्रमुख पर्व है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। Dussehra Poem In Hindi हर युग में हमेशा ही होती रहीधर्म-अधर्म पाप की लड़ाई हैझूठ जितने भी बदल ले चोले  हावी उसपे रही सदा अच्छाई है   अभिमानी रावण ने छल से  जब माँ सीता का … Read more

जल प्रदूषण पर हिन्दी कविता | Water Pollution Poem in Hindi

water pollution

जल प्रदूषण | Water Pollution Poem in Hindi | जल प्रदूषण आज समस्त विश्व के लिए एक सबसे बड़ी समस्या है लोग नदियों, झीलों, महासागरों और भूजल को लगातार प्रदूषित कर रहे हैं, फिर चाहे वो औद्योगिक कारखाने हों, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कूड़े कचरे या अपशिष्ट जल का सीधे नदियों में बिना ट्रीटमेंट … Read more

5 बातें बढ़ा देंगी आपके लाइफ की कीमत | criticism shayari in hindi

अजीब इत्तेफ़ाक़ है  जिस शख़्स का ख़्यालदिल के आईने में दिखाई देता हैशिकायतों की लड़ियांगुफ़्तगू सन्नाटे में सुनाई देता है दहलीज़ गवाही दे रहापाज़ेब की थिरकती मुस्कान परगुज़ार दी हैं सदियाँ लम्हों कीअरमां हैं आज भी आसमान पर   अजीब इत्तेफ़ाक़ है।। अंधेरे को चीरता हुआ चाँदचिराग़ हाथों में लेकर निकल पड़ामशरूफ़ था ज़िन्दगी की … Read more