लापरवाही | र्दुघटना | Safe Driving Save Life | Safety 1st | Laparwahi | Durghatna | Road Safety Poem 2025

लापरवाही: Safe Driving कविता

लापरवाही | र्दुघटना | Safe Driving Save Life | Safety 1st | Laparwahi | Durghatna | Road Safety Poem 2025 घर से बाहर निकलते वक़्तघर वापसी का अरमान होता हैइंतज़ार का आईना देखपरिवार बेचैन परेशान होता है न जाने कैसा होगा कैसी होगीअपनों को ये बात खटकती हैअब तक तो आ जाना था कहाँरह गए … Read more

समाचार | अख़बार | Akhbar | News | Best Poem on Samachar 2025

समाचार पर कविता

समाचार | अख़बार | Akhbar | News | Best Poem on Samachar 2025 समाचार, अख़बार कहें या डिजिटल मीडिया का बदलता स्वरूप कहें, बहुत तेज़ी से सब कुछ बदल रहा है, अख़बार तो फिर भी 24 घंटे बाद पढ़ने को मिलता है, किन्तु आज सोशल मीडिया के टाइम पर डिजिटल रूप में हमें News पहले … Read more

दिल में नफ़रतें तमाम हैं | Dil | Best Inspirational Ghazal 2025

दिल में नफ़रतें तमाम हैं

दिल में नफ़रतें तमाम हैं | Dil | Best Inspirational Ghazal 2025 दिल में नफ़रतें तमाम हैं होठों पर झूठी मुस्कान हैहैरान हूँ ये देखकर, हर दिल से दिल अनजान है। ग़र चोट लगी किसी दिल को फायदे का सौदा नहीं,लाख हो दौलत वाला कोई उसका बड़ा नुकसान है। फितरत नहीं बाँटने का हुनर औरों … Read more

मर्यादा में रह कर ही ये जीवन खुशहाल बनेगा | Maryada | Ultimate Kavita on Limits 2025

मर्यादा पर कविता

मर्यादा में रह कर ही ये जीवन खुशहाल बनेगा | Maryada | Ultimate Kavita on Limits 2025 मर्यादा में रह कर ही येजीवन खुशहाल बनेगामर्यादा जो तोड़ी अगरराजा भी कंगाल बनेगा मर्यादा धारण करके हीश्रीराम पुरुषोत्तम कहाएदुर्योधन ने लांघ मर्यादाअपने भाई बंधु मरवाए नदी बहे जो सीमा मेंशीतल जल पिलाती हैसीमाएं लांघी ये नदियांबाढ़ से … Read more

पर्यावरण बचाओ | Environment Day 2025 | पर्यावरण संरक्षण | SAVE Jungle & Wildlife | Biodiversity

पर्यावरण बचाओ | Environment Day 2025 | Save Our Planet

पर्यावरण बचाओ | Environment Day 2025 | पर्यावरण संरक्षण | SAVE Jungle & Wildlife | Biodiversity पर्यावरण की आओ करें संभालभविष्य पर ना देना इसे टाल समस्या ये गम्भीर बड़ी हैसोचने की ये सही घड़ी है नदी नहरें पहाड़ और झरनेहरगिज़ नहीं देंगे इन्हें मरने मुरझा ना जाये पेड़ और फूलघास हो चाहे झाड़ी या शूल … Read more

वर्ना शहर जंगल बन जाएगा | SAVE Jungle & Wildlife | Biodiversity 2025 | खुशबू जंगल की

पर्यावरण बचाओ | Environment Day 2025

वर्ना शहर जंगल बन जाएगा | SAVE Jungle & Wildlife | Biodiversity 2025 | खुशबू जंगल की कतरा कतरा लहू बहेगा,सन्नाटा हर सूं पसरा होगाउखड़ती सांसों की चीखें,डर के साए का पहरा होगा नदी पहाड़ पेड़ और झरने,इन पे मंडराता ख़तरा होगासंकट में होगी सारी धरती,चोट घावों का गहरा होगा ख़ौफ की खोखली नींव पेसुकूँ … Read more

सद्भाव | Harmony | Peace | Harmony is pure love | Inspirational Poem 2025 | Ghazal | ग़ज़ल

सद्भाव पर कविता

सद्भाव | Harmony | Peace | Harmony is pure love | Inspirational Poem 2025 | Ghazal | ग़ज़ल भुला के रंजिशो को पास आया करेंबेवज़ह कोई भी ख़्याल ना लाया करें। कारवां रुक जाए ज़िंदगी का कौन जानेबेग़र्ज़ बेशर्त काम सभी के आया करें। ये किसकी ख़ता है इसका ज़िक्र क्यूँमोती अश्कों के न हरगिज़ … Read more

झूठी शान और हकीकत का फ़ासला | Best Ghazal | The Difference between false pride and reality | Motivational Ghazal 2025 | Jhoothi Shaan

झूठी शान

झूठी शान और हकीकत का फ़ासला | Best Ghazal | The Difference between false pride and reality | Motivational Ghazal 2025 | Jhoothi Shaan घोंप कर खंज़र लोग हँसते मुस्कुराते हैंतरीका दोस्ती का बड़े अदब से निभाते हैं। उम्मीदों के आशियाने बिखरे तूफ़ानों मेंजिन हौसलों पे चलकर ज़िन्दगी सजाते हैं। महल रेंत पर भला कब … Read more

क्या होगा ग़र जंगल न होगा | जंगल बचाओ | International Day of Forests | 21 March

क्या होगा ग़र जंगल न होगा | जंगल बचाओ

क्या होगा ग़र जंगल न होगा | जंगल बचाओ | International Day of Forests | 21 March क्या होगा ग़र जंगल न होगा, सोचा है क्या कभी ये तुम ने?बनाने से ज़्यादा उजाड़ा हमने, सोचा है क्या कभी ये तुम ने? खाली खाली लगता है क्यूँ, हमारा वज़ूद, हमारी पहचानसांसें ढीली हैं पड़ने लगीं क्यूँ, … Read more

आया साल नया | New Year Poem 2025 | नव वर्ष पर हिन्दी कविता | न्यू ईयर | Happy New Year 2025

आया साल नया | New Year Poem 2025

आया साल नया | New Year Poem 2025 | नव वर्ष पर हिन्दी कविता | न्यू ईयर | Happy New Year 2025 समय सुहाना है खुशियों कादेखो लेकर आया साल नयातंगदिली ना हो दिलों में कभीऐसा हरदम हो ये साल नया चाहे छोटा हो या कोई बड़ा होभरे रहें उनके भरपूर खजानेउन्हें भी हम अपना … Read more