नया साल हो उज्जवल और मंगलकारी- नव वर्ष कविता

हैप्पी न्यू ईयर पर हिन्दी कविता

नया साल हो सबकी ख़ातिरउज्जवल और हो मंगलकारीभूख गरीबी ना हो कहीं पर‘दीप’ सुखी हो दुनिया सारी। इस दुनिया की रीत पुरानीबाद सुबह के होती शामरंग बिरंगी इस दुनिया काहोना एक दिन काम तमाम। प्रेम और मिलवर्तन बन जाएहर एक हृदय का गहना होहँसी ख़ुशी से बीते ये ज़िन्दगीमाता पिता व भाई बहना हो। जब … Read more

नए साल में नई उमंग हो | Happy New Year

Happy New Year Poem in hindi

नए साल में नई उमंग हो ना तंगदिली बदहाली आए सुखों से भरे रहें भंडारे सबके सभी दिवाली होली मनाएं। अमन चैन की पवन चले और धरती पर खुशहाली आए खिला रहे यूं हर एक गुलशन कली कोई न मुरझा जाए। सांस ले सकें सभी चैन की ग़मों के बादल ना मडराएं अभिशाप बने न … Read more

कैसे बनाएं रिश्ते | Ghazal | Best Hindi Poetry

Ghazal Kaise Banayen Rishte

बुलंद हैं इरादे, दुश्मनी के आज कैसे बनाएं रिश्ते, दोस्ती के आज। हिंसा हवस में, है भूख दौलत की मक़सद बने हैं, जिंदगी के आज। सूरत मिली सीरत नहीं अफ़सोसये सलीक़ा नहीं है बंदगी के आज। शक्ल सूरत में मानवता नहीं बसीपरिभाषा है नहीं आदमी के आज। नफरत भरे दिल में, ‘दीप’ न जला ना … Read more

हाल-ए-दिल | Ghazal | “Naa Karo” Best Poetry Ever

Haal-E-Dil Best Poetry 2024

हाल-ए-दिल अपना, गैरों से सुनाया ना करो। दर्द है ग़र दिल में, हरगिज़ छुपाया ना करो। हैं सभी गैर यहाँ पर, अपना नहीं कोई यार है,बेवजह ख़ून के रिश्ते यहाँ, तुम बनाया ना करो। मुमकिन नहीं राहों में हमें , सब को संभालना,ग़र उठा सकते नहीं, कभी गिराया ना करो। आँखों में चुभती है, दुनिया … Read more

हक़ीक़त का आईना | ये ज़रूरी तो नहीं | Thoughtful Poetry

Thought of the day

हक़ीक़त का आईना | Thoughtful Poetry | समाज में बदलते परिवेश को देखते हुए प्रस्तुत है मेरी कविता- नज़दीक हों फिर भी पास हों ये ज़रूरी तो नहींदिल्लगी हो और मुहब्बत भी ये मजबूरी तो नहीं उभरी हैं शक्ल पर अजीब सी बेचैनी और शिकन परख लें अपनी हसरतों को कहीं अधूरी तो नहीं सुख दुःख … Read more

गुरु नानक देव जी पर हिन्दी कविता I Guru Nanak Jayanti

धन गुरु नानक

गुरु नानक धन गुरु नानक धनगुरु नानक बाबा धन गुरु नानक हो जिसके सर पर हाथ तुम्हाराभला कैसे कोई भी दुःख पाएगासींचा है ख़ुद जिसको भी आपनेवो ही फूल भला कैसे मुरझाएगा सिक्ख धर्म के वे पहले गुरु नानकसत्य ही राह दुनिया को दिखलाईज्ञान का दीप जलाके हर दिल कोभ्रम के जाल से थी मुक्ति … Read more

आओ दिल की ज़मीन पर इक घर बनाते हैं

Universal Brotherhood Par Kavita

आओ दिल की ज़मीन पर इक घर बनाते हैंप्यार के मीठे रंगों से अपना आंगन सजाते हैं। तिनका तिनका बिखर रहे जो मोती रिश्तों केवक्त को वक्त देकर होठों पर मुस्कान लाते हैं। जन्नत कहीं और नहीं ना बादलों से परे है वोज़िंदगी में बस थोड़ी सी मानवता अपनाते हैं। वजूद खोखले हुए नफ़रत ने … Read more

भारत देश की बढ़ती उपलब्धियों पर हिंदी कविता | Bharat Desh Hamara

आसमान में शान से लहराता तिरंगा

सारे जहां से न्यारा अपना भारत देश हमारा इस धरती का कण कण हमें है जान से प्यारातीन रंगों से सजा हुआ राष्ट्रीय तिरंगा है न्याराआसमान में शान से लहराता तिरंगा ये प्यारा बहती जहां अनगिनत निर्मल पावन नदियां अलग है पहनावा सबका भिन्न भिन्न है बोली अलग अलग त्योहार हैं फिर भी मनाते हम मिलकर वैशाखी ओणम दीवाली … Read more

दिखावा | Show Off | Heart touching Poem 2024

show off par kavita hindi

दिखावे की झूठी दुनिया मेंसभी बहुत कुछ दिखा रहे हैंअपने पाप पुण्य के लेखे कोअपने दिखावे से मिटा रहे हैं पंखे सड़क पार्क शरीरों परकब्जा है अमरत्व के वास्तेये दान दिखावा किसके लिएआदमी चल रहा किस रास्ते काम हो सामाजिक कैसा भीकरेंगें थोड़ा व गिनाएंगे ज्यादान ये सेवा ना ही ये परोपकारऐसे काम का क्या … Read more

Chhath Puja Special Poetry 2024 | छठ पर्व की बेला है

छठ पर्व की बेला है

छठ पर्व की बेला है, खुशियों से धरती फूली ना समाईसूरज की किरणों ने, उतर कर नदियों में डुबकी लगाई उड़े मिट्टी की सोंधी खुशबू, बिखरे सुनहरे रंगरोम रोम खिल उठा हृदय में, उठने लगी उमंगसजने लगे घाट नदी तालाब, सजे हाट बाज़ारचहल पहल बढ़ी क़दमों में, सजे घर आंगन द्वारनहा धो सज धज के, … Read more