क्यों | ज्ञान-विज्ञान प्रश्नोत्तरी | CHAPTER-1 | SCIENCE

क्यों Science की बातें

Q: ओस क्यों और कैसे बनती है? इसके पीछे क्या कारण है? | Q मिट्टी के घड़े में पानी ठंडा क्यों रहता है? | Q : अम्लीय वर्षा हानिकारक क्यों होती है?

वीर बाल दिवस कविता | 26 December Veer Bal Diwas

चार साहिबजादे बलिदान दिवस

वीर बाल दिवस, चार साहिबजादों, जोरावर सिंह और फतेह सिंह की शहादत की याद में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 9 जनवरी को श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती पर 26 दिसंबर को प्रतिवर्ष ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। ‘वीर बाल दिवस’ सिख धर्म के प्रति समर्पण और दृढ़ता … Read more

कर्म के पथ पर | Motivational Hindi kavita | Education

शिक्षा का महत्व पर कविता

नए भारत के सुनहरे भविष्य की तस्वीर कल यही बच्चे होंगे, जिन्हें आज कर्म के पथ पर आगे बढ़ना है। अच्छी शिक्षा के साथ क्या ज़रूरी है सीखना। पढ़ें पूरी कविता कर्म के पथ पर आगे आगेहम सभी को निरंतर बढ़ना हैखेलकूद मस्ती के साथ साथमेहनत से हमेशा हमें पढ़ना है गर्मी सर्दी की इन … Read more

दायित्व का बोझ | Obligation | Motivational Story

Dayitv Ka Bojh: Motivational Story

राजा ने कहा मुझसे अब ये दायित्व संभाला नहीं जाता, ये सारे राजपाट ले लो। राजा नौकरी करने लगा, तब जा कर वो सुखी संपन्न हुआ। पढ़िए पूरी कहानी- बहुत समय पहले की बात है, अमरावती में एक राजा था। जो अपनी पत्नी, बच्चों और प्रजा का एक कुशल प्रशासक की भांति ध्यान रखते हुए … Read more

Motivational Story: Sadhu & Bichchhu Ki kahani

Motivational Story: Sadhu and Bichchhu Ki kahani

Motivational Story: परोपकार करना पड़ा भारी, पढ़िए साधु और बिच्छू की कहानी। Motivational Story आख़िर कई बार साधु ने उस बिच्छू की मदद की, किन्तु उस बिच्छू ने बार बार डंक मार कर साधु को परेशान कर दिया। सही कहते हैं लोग, भलाई का ज़माना नहीं रहा। एक बार की बात है, एक साधु अपने … Read more

प्रकृति से खिलवाड़ Pollution | Global Warming

ग्लोबल वार्मिंग पर हिन्दी कविता

प्रकृति से खिलवाड़ करके अपने फायदे का लिए मनुष्य ने सारी सीमाएं लांघ दी हैं। कोई ऐसा क्षेत्र नहीं बचा है जो इंसान ने अपनी खुदगर्ज़ लालसाओं की खातिर नष्ट ना किया हो। हर ओर है दूषित वातावरणसभी लोग इसके कब्ज़े में हैंकरके मर्यादाओं का उलंग्घनसोच रहे लोग वो मजे में हैं? फल सब्ज़ी हवा … Read more

नेताजी का मोबाइल चार्जर | हास्य कविता | Humorous Poetry

नेताजी का मोबाइल चार्जर

नेताजी निकले घर से कर मोबाइल की बैटरी फुलसंसद जाने की खुशी में वो चार्जर गए घर भूलसरपट हो गए रवाना, रास्ते की खाते हुए धूलजैसे ही घर पहुँचे, अचानक हुई बिजली गुल तिलमिला उठे नेताजी नौकरों पर खूब बरसने लगेनौकरों से मिली फुरसत तो बीवी पर ही गरजने लगेचिल्ला कर बैठ गया गला तो … Read more

स्वस्थ रहें हम | Healthy | Good Habits

Poem on Health Is Wealth In Hindi

स्वस्थ बनें हम, स्वस्थ रहें हमना रोग दुखों से ग्रस्त रहें हमआलस में ना पस्त रहें हमदिल से बिल्कुल मस्त रहें हम। अच्छा सोचें और अच्छा खाएंदिमाग की अपने उपज बढ़ाएंगीत संगीत का आनंद उठाएंचिंता को अपने से दूर भगाएं। रहना गर रोगों से दूर खाओ सलाद फल सब्जी भरपूरचबा चबा कर खाओ ज़रूरचमकेगा फिर … Read more

प्रदूषण से ख़तरे में संसार | Pollution Kavita

pollution par kavita poem

प्रदूषण से ख़तरे में संसारजल थल व नभ के प्राणीसिलसिला ये है नया नहींसमस्या ये है बहुत पुरानी कूड़े में प्लास्टिक का ढेरये खुली मौत को दावत हैप्लास्टिक प्रदूषण फैलातीजो सुरक्षा चक्र में बाधक है पशु पक्षियों पर गहरा संकटमछलियाँ तड़प कर मर रही पानी पीने वाली नदियों में प्लास्टिक और गंदगी तैर रही सड़कें … Read more

मीकू बन्दर की सूझबूझ | Inspirational Story

जंगल कहानी मीकू बन्दर की सूझबूझ

सन्नाटे भरे जंगल में और चिड़ियों के शोर के बीच मीकू बन्दर की कलाबाजियां देख कर जंगल के सभी जानवर आनंद से भर उठते थे। मीकू बन्दर को पढ़ाई लिखाई के साथ साथ नई नई किताबें पढ़ने का बहुत शौक था। वो इतना ज्यादा चतुर था कि आसानी से किसी के बहकावे या धोखे में … Read more