स्वस्थ बनें हम, स्वस्थ रहें हम
ना रोग दुखों से ग्रस्त रहें हम
आलस में ना पस्त रहें हम
दिल से बिल्कुल मस्त रहें हम।
अच्छा सोचें और अच्छा खाएं
दिमाग की अपने उपज बढ़ाएं
गीत संगीत का आनंद उठाएं
चिंता को अपने से दूर भगाएं।
रहना गर रोगों से दूर खाओ
सलाद फल सब्जी भरपूर
चबा चबा कर खाओ ज़रूर
चमकेगा फिर चेहरे का नूर।।
खेलकूद योग अपनाया करो
रोज समय से नहाया करो
नहाने के बाद ही खाया करो
खा कर टहलने जाया करो।
साफ सफाई का रखो ख़्याल
गंदगी बुनती रोगों के जाल
कूड़ा कूड़ेदानों में दो डाल
ऐसे करें खुद अपनी संभाल।
–दीपक कुमार ‘दीप’
स्वास्थ्य मानव जीवन का एक अनमोल धरोहर है, जिसे हमें अच्छे से इसे संभालकर रखना चाहिए। इससे जीवन सुखमय और खुशहाल बनता है। शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का मिलाजुला रूप ही जीवन में वास्तविक संतुलन और खुशी का कारण बनता है। प्रत्येक व्यक्ति का यही लक्ष्य होना चाहिए कि हम स्वस्थ बनें और हमेशा स्वस्थ रहें, ताकि हम न केवल अपनी निजी जिंदगी को बेहतर बना सकें, बल्कि समाज में भी एक विशेष सकारात्मक प्रभाव डाल सकें।
स्वास्थ्य का महत्व
स्वास्थ्य जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। कहा भी जाता है: स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मष्तिष्क का निवास होता है, बिना अच्छे स्वास्थ्य के किसी भी कार्य को पूर्ण नहीं किया जा सकता। एक स्वस्थ शरीर जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाने के लिए आवश्यक है और बेहद महत्वपूर्ण भी है। अगर हम शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं, लेकिन मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं या परेशान हैं, तो जीवन का आनंद पूरी तरह से नहीं लिया जा सकता।
स्वस्थ रहने के उपाय
- अच्छा सोचें और अच्छा खाएं
हमारा मस्तिष्क और शरीर दोनों एक-दूसरे से काफी मज़बूती से जुड़े हुए हैं। अगर हम अच्छे विचार सोचते हैं, तो हमारी मानसिक स्थिति भी अच्छी एवं बेहतर रहती है, लेकिन यदि हम ग़लत सोचते हैं तो हमारा मष्तिष्क भी परेशान रहता है। एक अच्छे शरीर के लिए, संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है। एक अच्छा आहार न केवल हमें और हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। हरी सब्जियां, फल, दाल, साबुत अनाज, और प्रोटीन से भरपूर आहार शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है तथा रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
- मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हम दिमाग को सक्रिय रखने के लिए अपनी रुचियों के अनुसार कुछ नई चीजों का अध्ययन करें, अच्छे व सकारात्मक, रचनात्मक कार्य करें, जिससे हमारे मस्तिष्क का विकास होता है। किताबें पढ़ना, पहेलियाँ हल करना, या किसी नए कौशल को सीखना, सभी मानसिक विकास के अच्छे उपाय हैं। यह ना केवल हमारे सोचने की क्षमता को बढ़ाता है, बल्कि आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देता है।
आलस से बचें और शारीरिक सक्रियता बनाए रखें
हमारा शरीर एक यांत्रिक प्रणाली की तरह काम करता है, इसे हम जैसा बनाना चाहें ये आपके अनुसार बन जाएगा, शरीर के प्रत्येक अंग का एक विशेष कार्य है। अगर हम आलस्य से बचते हैं और शारीरिक सक्रियता बनाए रखते हैं, तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। नियमित व्यायाम, योग, या दिनचर्या में शारीरिक श्रम को शामिल करने से हम अपने शरीर को फिट और स्वस्थ रख सकते हैं। एक सक्रिय जीवनशैली से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है, और यह हमें मानसिक रूप से भी चुस्त और तरोताजा रखती है।
-प्रिय पाठकों से निवेदन
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