कार्तिक का सपना पायलट बनना | Motivational Story 2024 | सपनों की उड़ान

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कार्तिक का सपना पायलट बनना | Kartik ka Sapna Pilot Banna | Motivational Story 2024 | सपनों की उड़ान |

कार्तिक के सपनों की उड़ान | Motivational Story
कार्तिक के सपनों की उड़ान | Motivational Story

बच्चे भविष्य की गोद में खेलने वाले वर्तमान में जुगनू के समान दिखाई देते हैं, जो अज्ञानता के अंधकार को चीरते हुए अपने ज्ञान के प्रकाश से दुनिया को नई राह दिखाते हैं। ऐसे में उनके लिए यह स्वयं से निर्णय करना आसान भी नहीं होता, किन्तु कुछ बच्चे बाल्यावस्था से ही अपने सपनों को उड़ान देना जानते हैं। आज ऐसे ही एक बच्चे की कहानी आपको बताने जा रहा हूँ।

कार्तिक मात्र अभी 6 वर्ष का है और अपने उम्र के बच्चों के साथ क्रिकेट खेल रहा था। पड़ोस में ही रहने वाले एक अंकल ने कार्तिक को अपने पास बुलाया और कहा, दिन भर खेलते रहते हो, क्यों पढ़ाई में मन नहीं लगता तुम्हारा? बड़े हो कर आखिर क्या बनना चाहते हो? जब कभी कोई कार्तिक से पूछता कि वह बड़ा होकर क्या बनेगा तो वह कोई निश्चित जवाब नहीं दे पाता। कभी वह कहता कि इंजीनियर बनूंगा तो कभी डॉक्टर। वो तय ही नहीं कर पा रहा था कि अब अंकल को क्या उत्तर दें।

एक दिन जब वह स्कूल से लौटकर आया तो वह अपने माता-पिता को बहुत ही खुश पाया। – क्या बात है, मम्मी? आप बहुत जोर से हँस रही हैं। उसने मम्मी से पूछा।

-हाँ बेटे, हम लोग अगले महीने अमेरिका जा रहे हैं। तुम्हारे विवेक भैया की शादी जो है।

कार्तिक पहुँचा अपने भाई के विवाह समारोह में
कार्तिक पहुँचा अपने भाई के विवाह समारोह में

यह सुनकर कार्तिक खुशी से उछल पड़ा। विवेक उसके ताऊजी के लड़के का नाम था। उसके ताऊजी अमेरिका में रहते थे। वे वहाँ किसी संस्था में वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत थे।

पापा उसी दिन से पासपोर्ट और वीजा बनवाने में जुट गये।

  • पापा, ये पासपोर्ट और वीजा क्या होता है?- एक दिन कार्तिक ने पूछा।

बेटा, अपने देश से किसी दूसरे देश में अर्थात विदेश में घुसने का अनुमति-पत्र होता है। जिसके बाद ही कोई आदमी सही तरीके से विदेश जा सकता है और वहां पर रह भी सकता है, इससे यह भी होता कि कोई भी गलत आदमी विदेश न पहुँच जाए। ये विदेश जाने वाले व्यक्ति की अच्छी तरह से जांच-पड़ताल के बाद ही बनता है। कुछ ही दिनों के बाद पासपोर्ट और वीजा दोनों ही मिल गए। अब कार्तिक अपने मम्मी पापा के साथ एयरपोर्ट (हवाई अड्डे) पहुँचा। कार्तिक उस पल का इंतज़ार करने लगा जब वो पहली बार हवाई जहाज में बैठने वाला था। थोड़ी देर बाद एक बस आयी जो यात्रियों को हवाई जहाज तक ले कर जाती थी। सभी लोग बस में सवार हो कर हवाई जहाज के पास आ गए और एक एक करके हवाई जहाज के अंदर बैठ गए। कार्तिक बहुत खुश था।

  • पापा, इतना बड़ा हवाई जहाज हवा में उड़ता कैसे है? हवाई जहाज को आश्चर्य से देखते हुए कार्तिक ने पूछा।
  • बेटा, इसके उड़ने में एक खास नियम काम करता है। जब हम पानी या हवा को नीचे की ओर धक्का देते हैं तो वह भी हमें ऊपर की ओर धकेलता है। जब हवाई जहाज का पंखा हवा को बड़े जोर से नीचे की तरफ फेंकता है, तो हवा भी उसे ऊपर की ओर धक्का लगाती है। इस प्रकार जब हवाई जहाज ऊपर उठता है तो इसके बड़े-बड़े पंख इसे हवा में सम्भालने का कार्य करते हैं। इसमें लगा इंजन इसे आगे बढ़ाने में मदद करता है। इस प्रकार हवाई जहाज आकाश में तेजी से उड़ने लगता है। इसी बीच हवाई जहाज की एयर होस्टेस (विमान परिचारिका) मुस्कुराते हुए उनके पास आई और यात्रियों से बारी बारी अपनी-अपनी कमर पर बेल्ट बांध लेने का अनुरोध करने लगी।

पापा, इस बेल्ट को बांधने से क्या होता है? ऐसा करना ज़रूरी है क्या?- बेल्ट कसते हुए कार्तिक बोला।

कार्तिक उड़ान भरते समय सीट बेल्ट बांधा
कार्तिक उड़ान भरते समय सीट बेल्ट बांधा

कार्तिक के पापा ने कहा- इससे हवाई जहाज में उड़ान भरते समय एवं लैंड करते समय झटका नहीं लगता है, वरना हम गिर सकते हैं और हम गंभीर चोट भी पा सकते हैं। इसलिए यह बेल्ट हवाई जहाज में यात्रा करते समय टेक ऑफ और लैंडिंग के वक़्त बांधना ज़रूरी होता है, जब हवाई जहाज ऊपर उड़ रहा हो तब हम इसे खोल सकते हैं, ठीक है, समझ गए। तुमने अच्छे से बेल्ट बाँध तो ली ना? हाँ जी पापा मैंने बेल्ट बाँध ली।

पर पापा, इस हवाई जहाज को चलाने वाला ड्राइवर कहीं नहीं दिखाई दे रहा है। कार्तिक ने इधर-उधर देखते हुए कहा।

बेटा, वह आगे बने कॉक पिट केबिन में बैठा है और हवाई जहाज उड़ाने वाले ड्राइवर को पायलट कहते हैं। कार्तिक के पापा ने उसे समझाया।

पापा, यदि उड़ान भरने के बाद हवाई जहाज में कोई खराबी आ जाए तब पायलट क्या करता है?

बेटा, ऐसा बहुत कम ही होता है क्योंकि हवाई जहाज के उड़ान भरने से पहले ही हवाई जहाज को पूरी तरह से चेक किया जाता है। चाहे वो फ्यूल हो, लाइट हो, टायरों में हवा की बात हो या फिर कॉक पिट कण्ट्रोल रूम की बात हो सब कुछ अच्छे से चेक करने के बाद ही हवाई जहाज को उड़ान भरने की अनुमति दी जाती है, यदि कोई खराबी आ जाये तो हवाई जहाज को उड़ान भरने की अनुमति नहीं मिलती है, फिर भी यदि उड़ान भरने के बाद हवाई जहाज में कोई कमी आ जाती है तो पायलट उसे सावधानी पूर्वक किसी सुरक्षित स्थान पर उतारने की कोशिश करता है।

ऐसी जानकारी पा कर कार्तिक की आँखों में चमक आ गई वो खुश हो कर कहा- अच्छा पापा, यदि मैं बड़ा होकर पायलट बनूं तो कैसा रहेगा?

  • हाँ बहुत अच्छा रहेगा बेटा। परन्तु इसके लिए तुम्हें अच्छे से पढाई करनी होगी और साथ ही साथ कड़ी मेहनत भी करनी पड़ेगी, उसके पापा ने कहा।
  • साथ में उसकी मम्मी और एयर होस्टेस (विमान परिचारिका) भी मुस्कुरा रही थी। वह उन्हें कोल्ड ड्रिंक और बर्गर सर्व करने आई थी।

सभी ने बर्गर खाई, कोल्ड ड्रिंक भी पिया, कार्तिक आज बहुत खुश था, उसे अपना लक्ष्य जो मिल गया था, पायलट बनने का।

कार्तिक: Kartik's dream is to become a pilot
कार्तिक: Kartik’s dream is to become a pilot

अमेरिका पहुँच कर कार्तिक मम्मी पापा के साथ अपने भैया की शादी में शामिल हुआ, शादी के बाद सभी अपने देश भारत लौट आये। कार्तिक ने स्कूल में और साथ खेलने वाले सभी बच्चों को अमेरिका की इस यात्रा के बारे में विस्तार से बताया।

पड़ोस में रहें वाले अंकल ने भी पूछा – और कैसी रही तुम्हारी अमेरिका की यात्रा। बहुत बढ़िया रही अंकल- कार्तिक ने कहा।
तो बड़े हो कर क्या बनोगे- अंकल ने फिर से पूछा।

कार्तिक ने कहा- पायलट बनूँगा अंकल जी।

-दीपक कुमार ‘दीप’ (Deepak Kumar ‘deep’)

-प्रिय पाठकों से निवेदन

आपको कार्तिक की कहानी कैसी लगी, कृप्या कमेंट करके ज़रूर बताएं, आप अपने दोस्तों, सगे सम्बन्धियों को भी अवश्य शेयर करें, आपके सुझाव का स्वागत है। आपके कमेंट से मुझे और बेहतर लिखने और अच्छा करने का मौका मिलेगा। एक कलाकार, लेखक, कवि, रचनाकार की यही इच्छा होती है कि लोग उसके किए कार्यों को सराहें और ज्यादा से ज्यादा लोगों को वो अपनी रचना शेयर कर सके।

TRANSLATION INTO ENGLISH

Children playing in the lap of the future appear like fireflies in the present, who pierce the darkness of ignorance and show the world a new path with the light of their knowledge. In such a situation, it is not easy for them to decide on their own, but some children know how to give wings to their dreams since childhood. Today I am going to tell you the story of one such child.

Karthik is just 6 years old and was playing cricket with children of his age. An uncle living in the neighborhood called Karthik to him and said, you keep playing all day, why don’t you feel like studying? What do you want to become when you grow up? Whenever someone asked Karthik what he would become when he grew up, he could not give a definite answer. Sometimes he would say that he would become an engineer and sometimes a doctor. He was not able to decide what to answer to the uncle now.

One day when he returned from school, he found his parents very happy. – What’s the matter, mom? You are laughing very loudly. He asked mom.

-Yes son, we are going to America next month. It is your Vivek Bhaiya’s wedding.

On hearing this, Kartik jumped with joy. Vivek was the name of his uncle’s son. His uncle lived in America. He was working as a scientist in some institute there.

From that day onwards, Papa started preparing passport and visa.

Papa, what is this passport and visa? – Kartik asked one day.

Son, it is a permit to enter another country i.e. abroad from your country. Only after which a person can go abroad in the right way and can also stay there, this also ensures that no wrong person reaches abroad. It is made only after a thorough investigation of the person going abroad. After a few days, both passport and visa were received. Now Kartik reached the airport with his mother and father. Kartik started waiting for the moment when he was going to board the plane for the first time. After a while, a bus came which took the passengers to the plane. Everyone boarded the bus and came near the airplane and sat inside the airplane one by one. Kartik was very happy.

Papa, how does such a big airplane fly in the air? He asked looking at the airplane with surprise.

Son, a special rule works in its flying. When we push water or air downwards, it also pushes us upwards. When the fan of the airplane throws air downwards with great force, the air also pushes it upwards. Thus, when the airplane rises up, its large wings work to hold it in the air. The engine installed in it helps in moving it forward. Thus, the airplane starts flying fast in the sky. Meanwhile, the air hostess of the airplane came to them smiling and started requesting the passengers to tie the belt around their waist one by one.

Papa, what happens by tying this belt? Is it necessary to do this? – Ankit said while tightening the belt.

Karthik’s father said – This prevents the jolt while flying and landing in the airplane, otherwise we can fall and get seriously injured. That is why it is necessary to wear this belt during take off and landing while traveling in an airplane, we can open it when the airplane is flying, okay, understood. You have tied the belt properly, right? Yes, father, I have tied the belt.

But father, the driver who flies this airplane is nowhere to be seen. Ankit said while looking here and there.

Son, he is sitting in the cock pit cabin in the front and the driver who flies the airplane is called a pilot. Karthik’s father explained to him.

Papa, if there is some problem in the airplane after take off, what does the pilot do?

Son, this happens very rarely because the airplane is checked thoroughly before it takes off. Whether it is fuel, lights, air in tyres or cockpit control room, only after checking everything thoroughly, the plane is allowed to take off. If there is any problem, the plane is not allowed to take off. Even then, if there is any problem in the plane after take off, the pilot tries to land it carefully at a safe place.

Karthik’s eyes lit up after getting such information. He said happily – Well dad, how will it be if I become a pilot when I grow up?

Yes, it will be very good son. But for this you will have to study well and also work hard, his father said.

Along with him, his mother and air hostess were also smiling. She had come to serve them cold drinks and burgers.

Everyone ate burgers and drank cold drinks too. Karthik was very happy today, he had achieved his goal of becoming a pilot.

After reaching America, Kartik attended his brother’s wedding with his mother and father. After the wedding, everyone returned to their country India. Kartik told all the children in school and with whom he played about this trip to America in detail.

The uncle living in the neighbourhood also asked – How was your trip to America? It was very good uncle- Kartik said.

So what will you become when you grow up- Uncle asked again.

Kartik said- I will become a pilot uncle.

-Request to dear readers

How did you like Karthik’s story, please tell us by commenting, you must also share it with your friends and relatives, your suggestions are welcome. Your comments will give me a chance to write better and do better. An artist, writer, poet, creator wishes that people appreciate his work and he can share his creation with as many people as possible.

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दीपक कुमार 'दीप' http://chaturpandit.com वेबसाइट के ओनर हैं, पेशे से वीडियो एडिटर, कई संस्थानों में सफलतापूर्वक कार्य किया है। लगभग 20 वर्षों से कविता, कहानियों, ग़ज़लों, गीतों में काफी गहरी रूचि है। समस्त लेखन कार्य मेरे द्वारा ही लिखे गए हैं। मूल रूप से मेरा लक्ष्य, समाज में बेहतर और उच्च आदर्शों वाली शिक्षाप्रद कविता , कहानियां, लेख पहुंचाना है। आप सभी का सहयोग अपेक्षित है।
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